रविवार, 10 जून 2012

छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार संघ के अध्यक्ष पद पर अवैध रूप से काबिज अरविन्द अवस्थी का पूरे प्रदेश में हो बहिष्कार

 तानाशाह अरविन्द अवस्थी का पूरे प्रदेश में बहिष्कार  करें | जिसने भी पत्रकार संघ में लोकतान्त्रिक प्रक्रिया की बात की उसे संघ से ही निकलने का रास्ता अपनाया गया | अपने दोनों अध्यक्षीय कार्यकाल में अरविन्द अवस्थी अपने साथियों से लड़ाई - भिड़ाई करते रहा | पत्रकारों के साथ तरह-तरह अन्याय  हो रहा है , मगर ये महाशय उलटे पत्रकारों पर हिंसा के जवाबदार सत्ता पक्ष की गोदी में बैठ गया है | 




 इनकी कार्यकारिणी के अधिकांश सदस्य इनके खिलाफ है , फिर भी बेशर्मी की हद पर कर ये पद से चिपक कर बैठ गए है | पूरे प्रदेश से ईमानदार व  निष्ठावान पत्रकारों ने लग-भग इनके संघ से नाता तोड़ लिया है | रायगढ़ , बिलासपुर , जांजगीर , कोरबा , सरगुजा  , व बस्तर के सभी  जिलों में इनका संघ ही  समाप्त हो गया है |

 अध्यक्ष पद : आजीवन पट्टा ?
  वरिष्ठ भाजपा नेता प्रवीर बन्देशा  संघ के महासचिव होने के कारण जुड़े हुये है, जो वैसे भी पत्रकार कम भाजपा नेता है  | राष्ट्रीय पद के लालच में आँखों में पट्टी बांध ध्रितराष्ट्र  की भूमिका में रायपुर के वरिष्ठ पत्रकार शंकर पांडे को छोड़ कर [ हालाँकि हमें भरोसा है कि समय कि जरुरत और अपनी प्रतिष्ठा का ख्याल कर ये वरिष्ठ साथी अब अपनी आँखों से पट्टी खोलेंगे } अब एक भी पत्रकार इस संघ में नहीं बचे , केवल लूट- खसोट  कम्पनी बची है | 

यहाँ प्रस्तुत शिकायत सभी पत्रकार साथियों के ध्यानार्थ प्रस्तुत है  जिसमे कार्यकारिणी के 18 में से दस  सदस्यों का हस्ताक्षर है , पांच अन्य सदस्यों ने भी इस पत्र से बैठक के दौरान फोन पर अपनी सहमति जताई थी |  

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