शनिवार, 2 जून 2012

पत्रकारों की शोषक है राजस्थान पत्रिका

अपने ही पत्रकारों के साथ गुंडागर्दी व अन्याय करने वाली पत्रिका के खिलाफ कौन आवाज उठाएगा ? पत्रकारों की शोषक है पत्रिका !! सुप्रीम कोर्ट में इसने मजीठिया वेतन बोर्ड की सिफारिश का विरोध किया है | कई पत्रकारों को बिना कारण बताये नौकरी से हटाने के नाम से एक नंबर का अख़बार है , छत्तीसगढ़ में भी इसने बिना नियुक्ति पत्र के क्षमतावान पत्रकारों को जोखिम भरे पत्रकारिता में लगा रखा है | एक नंबर की लड़ाई में पत्रकारों की जान पर खेल रही है पत्रिका , चुनाव तक इस्तेमाल करेगी ईमानदार पत्रकारों को उसके बाद यहाँ भी बिठाये जायेंगे मौकापरस्त | वैसे भी यहाँ इनके प्रतिद्वंदी अख़बार से आये दलालों का कब्ज़ा हो गया है , पत्रकार भाई सावधान |

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